गुफ़ा का रहस्य

Horror stories
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Step into the mystical world of caves and unravel the secrets hidden within their walls! In this blog post, we dive deep into the mysterious story of "गुफ़ा का रहस्य" (The Mystery of the Cave)  - a tale that has intrigued many for centuries. From ancient prophecies to eerie legends, join us on an exciting journey through time and discover what lies beneath the surface in this enigmatic cave. Get ready to embark on an adventure like no other as we unlock the secrets behind one of India's most fascinating mysteries!




रामगढ़ गांव की एक प्रचलित कथा है। दोपहर 12 बजे से लेकर आधी रात के 12 बजने तक गांव के बीचो-बिच बने एक गुफा से अजीबो गरीब आवाजे आती है इन आवाजों में इतना दर्द होता है की सिर्फ सुनने से ही दिल की धड़कन तेज़ हो जाये। इस गुफा से गुजरने वाले हर सख्स को उसका नाम उस गुफा के अंदर गूँजता सुनाई देता है।

पिछले 37 सालो से इस गुफा के अंदर से भयानक आवाजे और खतरनाक हरकते होई जा रही है। एक तो ये गुफा गांव के बीचो-बिच है तो ऐसे में गांव के लोगो को इस गुफा के खौफ को ख़त्म करना ही होगा और ये तभी ख़त्म होगा जब अंदर से ये खौफनाक आवाजे और आकर्षण ख़त्म होगा।

साल 2013 की बात है जब दो पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर राजू और अनमोल को इस गुफा का रहस्य जानने के लिए बुलाया जाता है।दोनों गुफा की ओर जाते है तभी गांव  का एक आदमी (गोपाल) उन दोनों से कहता है।

गोपाल – साहब जी, आप लोग अंदर जाने की जिद्द छोड़ दो अभी भी कह रहे है की इस गुफा का सच बहुत खरतनाक होगा।

राजू – अरे गोपाल जी हमारी तो ये ड्यूटी है हमारा डिपार्टमेंट हमें जो टास्क देता है उसे तो पूरा करना ही है।

ये कहते हुए वे दोनों उस गुफा की ओर चल पड़ते है और शाम के करीब 5 बजे गुप्त तरीके से दोनों पैरानॉर्मल स्पेसलिस्ट उस भूतिया गुफा के अंदर पहुंचते है। राजू और अनमोल के अंदर दाखिल होते ही गुफा में उनके नाम के गुस्सैल आवाज गुजने लगती है (हस्ते हुए.. चले जाओ यहाँ से नहीं तो मरोगे दोनों तुम लोग इस दर्द की दुनिया से बाहर निकल जाओ नहीं तो दोनों की मौत आज रात 12 बजे तय है )

अनमोल – यार राजू ये गुफा कितनी अजीब है आज तक ऐसा कोई केस हैंडल नहीं किया जहा बेजुबान गुफा धमकी देती हो।

राजू – भूतिया जगह हमेशा अजीब और खतरनाक ही होती है बस अब सोचन कम कर और टॉर्च की मदद से पिक्चर कलेक्ट कर।

अनमोल गुफा की हर तरफ से पिक्चर कलेक्ट करते-करते आगे बढ़ने लगता है अनमोल को तभी बड़े-बड़े कदमो की आवाज सुनाई देने लगती है ये आवाज उसके ठीक बगल से आ रही थी वो उस कदमो के आवाज का पीछा करते-करते गुफा के आखरी ओर पहुंच जाता है।

उसे गुफा के अंत में एक दरवाजा दिखाई देता है उस दरवाजे पर लिखा था (दूसरी दुनिया का दरवाजा) अनमोल मन ही मन में ये सोच रहा था की ये दरवाजा कही दूसरे दुनिया का तो नहीं तभी उसे दरवाजे के उस पार से एक आवाज सुनाई देती है (अनमोल बेटा मैं तुम्हारा दादा मेरे पास आ जाओ बेटा )

अनमोल – बाप रे.. ये कैसा दरवाजा है ये तो मेरे दादा जी की आवाज है।

अनमोल को उस दरवाजे के पीछे से उसके दादा जी की आवाज सुनाई दे रही थी वो सुनकर अनमोल खुश और इमोशनल हो रहा था। इसी इमोशन में वो एक गलती करने जा रहा था उसने दरवाजा खोलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया की तभी पीछे से राजू की एक चीख पुरे गुफा में गुजने लगी। राजू की चीख सुनकर अनमोल भागता हुआ पीछे गया। अनमोल राजू के पास पंहुचा वह बिलकुल नार्मल खड़ा था जैसे कुछ हुआ ही ना हो।

अनमोल –  राजू ये कैसा गन्दा मजाक है तुम अभी चीखे क्यों?


राजू हल्का मुस्कुराता चुप-चाप खड़ा रहा। इसके बाद अनमोल राजू को उस दरवाजे की ओर चलने का इशारा देता है। दोनों उस गुफा की अंत में उस दरवाजे की ओर पहुंचते है जहा से दूसरे दुनिया का रास्ता सुरु होता है।

अनमोल – राजू ये देखो मैंने अभी तुरंत कुछ देर पहले अपने दादा जी की आवाज इस दरवाजे के पीछे से सुनी मुझे लगता है की इसके पीछे मरे हुए लोगो की दुनिया है।

राजू – तो ये दरवाजा खोलकर देख लो ना। अनमोल – सही कहा मैं दरवाजा खोलता हूँ।

अनमोल दरवाजा खोलने ही वाला था की तभी उसकी नज़र राजू की शरीर पर पड़ती है।

अनमोल – यार जब तुम इस गुफा में आये थे तब तुमने सफ़ेद शर्ट और नीली जींस पहनी थी और अभी तुमने काली जींस और लाल शर्ट पहनी है भाई आखिर तुमने कपड़े कब बदले।

तभी राजू के दाँत बाहर आने लगते है उसका कद बड़ा होने लगता है उसके हाथ के नाख़ून बड़े होने लगते है और अब वो पूरी तरह से एक डेविल बन चूका था। वह डरावनी हसी के साथ एक भारी आवाज में कहता है।

डेविल – तेरे राजू को मैंने 10 मिनट पहले ही इस दरवाजे के पार भेज दिया जब तुमने उसकी चीख सुनी थी।

अनमोल – डरते हुए बोला … मतलब की तुम्हे राजू को मार डाला।

डेविल – तुझे कोई सक है तो जा इस दरवाजे के उस तरफ तुझे तेरा दोस्त वही मिलेगा जिस दुनिया से तू आया है वहा मरने से पहले लोग रहते है और अब तू जिस दुनिया में जायेगा वहा मरने के बाद लोग रहते है मौत की दुनिया में तेरा स्वागत है।

इसके बाद अनमोल भागने की कोशिश करता है लेकिन सामने वो राक्षस खड़ा था। अब एक मात्र रास्ता वो दरवाजा था उसने सोचा ये दरवाजा इस गुफा के बाहर जाने का रास्ता होगा। अनमोल खुद की जान बचाने के लिए दरवाजा खोल देता है उसको दरवाजे के अंदर पूरा अँधेरा दिखाई देता है। उस दरवाजे के अंदर से रोने और चिल्लाने की आवाजे आने लगती है।

अनमोल इससे पहले की दरवाजे को बंद करता एक लम्बा सा हाथ उस दरवाजे के अंदर से आया और अनमोल को उस दूसरी दुनिया की तरफ खींच लिया इससे अनमोल की एक तेज़ चीख निकल गयी और वह डेविल भी जोरो से हसने लगा।

आज तक कई लोगो ने गुफा के अंदर जाकर उसके रहस्य को जानने की कोशिश की है लेकिन कोई भी उस गुफा के रहस्य को जान नहीं सका 

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